नि:श्रम विशिष्ट वर्गीय समाज एवं निरक्षर सामान्य श्रमिक समाज में देश का विभाजन- जीवन निर्वाह के लिये उपयोगी उत्पादक देह श्रम से परहेज रखने की, देशी वेशभूषा एवं भाषा से परहेज करने की, सादा जीवन बिताने की बजाय शान शौकत से जीने की, जमीन पर बैठने की बजाय कुर्सियों पर बैठने की जो परोक्ष शिक्षा ...