”शिक्षण” के विषय में तो मैं यह मानता हूँ कि यह इस मानव जीवन में ठेठ से ही था, परन्तु, मुझे जहॉं तक जानकारी है शिक्षण में ”प्रशिक्षण” का जन्म इस नये युग में ही हुआ है। उदाहरण के लिए मैं जाति से स्वर्णकार हूँ। मेरे पिता एक बहुत उच्च कोटि के गारीगर स्वर्णकार थे। ...