शैक्षिक उन्नयन के लक्ष्य को समर्पित Dedicated to the aim of educational enhancement
श्री दयाल चंद्र सोनी ने गीता के सार को संक्षेप में मेवाड़ी में लिखने का अथक प्रयास वर्षों तक किया और इसे विनती गीता का नाम दिया। उनकी हस्तलिखित इस विनती गीता को यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है –