“ई” से समाप्त होने वाली संज्ञाओं के बहुवचन में “ई” हो जाती है “इ”

(हिंदी व्याख्या – 1)

दवाई, मिठाई, नदी, पहाड़ी, गली, घड़ी, हाज़िरी, जैसी “ई” से समाप्त होने वाली संज्ञाओं के बहुवचन में “ई” के बजाय “इ” काम में ली जानी चाहिये जो ऐसी संज्ञाओं को एक वचन और बहुवचन में बोलते समय तो स्वतः ही हो जाता है पर लिखते समय अक्सर भूल हो जाती है और हम दवाइयाँ, मिठाइयाँ, नदियाँ, पहाड़ियाँ, गलियाँ, हाज़िरियाँ आदि लिखने के स्थान पर दवाईयाँ मिठाईयाँ, नदीयाँ, पहाड़ीयाँ, गलीयाँ, हाज़रीयाँ आदि लिख देते हैं जो कि हिंदी वर्तनी में की जाने वाली एक बड़ी भूल है। हिंदी काम में लेने वालों की सुविधा के लिये कुछ ऐसे ही शब्दों के सही बहुवचन नीचे की तालिका में दिये जा रहे हैं –

एकवचन बहुवचन

कुछ उदाहरण

 
ऊँचाई ऊँचाइयाँ ऊँचाइयों  
 
दवाई दवाइयाँ दवाइयों दवाइयों की दूकान थोड़ी दूर पर ही   है।
वापस आते समय   दवाइयाँ लेते आना।
हाज़री हाज़रियाँ हाज़रियों  
 
घड़ी घड़ियाँ घड़ियों ये घड़ियाँ बहुत मँहगी हैं।
घड़ियों की   मरम्मत का काम अब कम होता जा रहा है।
नदी नदियाँ नदियों यहाँ दो नदियाँ आपस में मिलती हैं।
आजकल नदियों के   किनारे बहुत गंदगी रहने लगी है।
पहाड़ी पहाड़ियाँ पहाड़ियों ये पहाड़ियाँ बहुत हरी भरी हैं।
दिन दिन   पहाड़ियों से हरियाली घट रही है।
नाली नालियाँ नालियों  
 
गली गलियाँ गलियों  
 
माली माली मालियों माला बनाना मालियों का पारंपरिक   कार्य है।
 
अंगूठी अंगूठियाँ अंगूठियों  
 
यात्री यात्री यात्रियों यह बस केवल महिला यात्रियों के लिये   है।